विनम्र रहें, सुख-स्वप्न बनेगा, साध्य तभी। विनम्र रहें, सुख-स्वप्न बनेगा, साध्य तभी।
प्रेमाभुषण से अलंकृत इसे हो जाने दो! न रोको...प्रेम प्रसून पर इसे उड़ जाने दो। प्रेमाभुषण से अलंकृत इसे हो जाने दो! न रोको...प्रेम प्रसून पर इसे उड़ जाने द...
बसंत ऋतु की है छटा बहुत निराली, प्रसन्न हो रही है विटप की हर डाली। मिलन राग छेड़े बसंती बयार, क... बसंत ऋतु की है छटा बहुत निराली, प्रसन्न हो रही है विटप की हर डाली। मिलन राग ...