हर रोज अखबारो को ही दुखित खबरों से भरा पाऊँ काली रणचंडी बन जाये नारी हर एक को समझाऊँ। हर रोज अखबारो को ही दुखित खबरों से भरा पाऊँ काली रणचंडी बन जाये नारी हर...
मैं जिस्म तू रूह जिसे तेरी ही ज़ुस्तजू मैं जिस्म तू रूह जिसे तेरी ही ज़ुस्तजू
दे हाथों में तेरे हाथ मेरा, अति शुभ परिणय सौगात। दे हाथों में तेरे हाथ मेरा, अति शुभ परिणय सौगात।
छाए यादों के घनेरे बादल अविरल अश्रुधार बन बरस तब पड़ते हैं। छाए यादों के घनेरे बादल अविरल अश्रुधार बन बरस तब पड़ते हैं।
सूरज का परिणय संस्कार सूरज का परिणय संस्कार
नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई। नींद खुली तो तन्हाई थी, पास में वह तो नहीं थे, बस पड़ी थी एक रजाई।