आतंक तो ख़बर का वो हिस्सा है जो चलता आ रहा है जन्मों से नुकसान करने की उम्मीद में , आतंक तो ख़बर का वो हिस्सा है जो चलता आ रहा है जन्मों से नुकसान करने की उम्मीद ...
जिससे आसपास का माहौल बिगड़ता है जिससे आसपास का माहौल बिगड़ता है
अगर कोई बालक ना आवै काबू। स्मार्टफोन को तुरंत ही करना चालू। अगर कोई बालक ना आवै काबू। स्मार्टफोन को तुरंत ही करना चालू।
फ़ायदा तो हुआ अब तक नुकसान भी होता नशे में चूर अपने रिश्ते नाते भूला जाते फ़ायदा तो हुआ अब तक नुकसान भी होता नशे में चूर अपने रिश्ते नाते भूला जाते
कितनी भयंकर है यह बीमारी, न जाने कब आ जाए किसकी बारी, कितनी भयंकर है यह बीमारी, न जाने कब आ जाए किसकी बारी,
अच्छा है अब तो सँभल जाइए सोचिए, सोचिए और सोचकर सोचिए! अच्छा है अब तो सँभल जाइए सोचिए, सोचिए और सोचकर सोचिए!