कोई मेहनत से भागे नहीं हैं कदम, कोई ठोकर से हारे नहीं हैं कदम कोई मेहनत से भागे नहीं हैं कदम, कोई ठोकर से हारे नहीं हैं कदम
प्रेम रस में सराबोर हो कर हम -तुम, खोए रहे एक दूजे में, हुए जग से गुम! प्रेम रस में सराबोर हो कर हम -तुम, खोए रहे एक दूजे में, हुए जग से गुम!
" नीरज" तो चाहता तुममें होना फ़ना, बस इतनी ही तुमसे दुआ मैं करुँ।। " नीरज" तो चाहता तुममें होना फ़ना, बस इतनी ही तुमसे दुआ मैं करुँ।।
गाहे बगाहे निकाल कर तिजोरी से उनकी तस्वीर चुपके से निहारा गया गाहे बगाहे निकाल कर तिजोरी से उनकी तस्वीर चुपके से निहारा गया
आँखों में मेरी प्यारी सी सूरत तेरी ! आँखों में मेरी प्यारी सी सूरत तेरी !
रब ही जाने कब तेरा जहान सँवरा कब हमारा आशियाना था उजड़ा रब ही जाने कब तेरा जहान सँवरा कब हमारा आशियाना था उजड़ा