पर हाय तुम्हारा ये बाप अभागा, कुछ भी तो न मैं कर सका,जिस गोद में खेली थीं, अंत भी उसी की गोद में हुआ... पर हाय तुम्हारा ये बाप अभागा, कुछ भी तो न मैं कर सका,जिस गोद में खेली थीं, अंत भ...
रोज घर से बाहर जाने पर, लोग उधार के तकाजे पर , तरह तरह से जलील करते है रोज घर से बाहर जाने पर, लोग उधार के तकाजे पर , तरह तरह से जलील करते है
उसकी नाराज़गी मेरे लिये प्रलयकारी है उसका एक एक आँसू मुझ पर भारी है। उसकी नाराज़गी मेरे लिये प्रलयकारी है उसका एक एक आँसू मुझ पर भारी है।
खूँटी पर लटका, खाली थैला । उस पर फटा हुआ, एक कमीज मैला । टूटी हुई खटिया ! खूँटी पर लटका, खाली थैला । उस पर फटा हुआ, एक कमीज मैला । टूटी हुई ख...
कालकूट भरा, क्यूँ धर्मो का ऊँच-नीच का हलाहल है। कालकूट भरा, क्यूँ धर्मो का ऊँच-नीच का हलाहल है।
वो अक्स से हक़ीक़त में आने का नाम नहीं ले रहा मेरे खोज का अब तक कोई अंजाम नहीं दे रहा वो अक्स से हक़ीक़त में आने का नाम नहीं ले रहा मेरे खोज का अब तक कोई अंजाम नहीं ...