मानो वो उस चक्रदार में मृत्यु को गले लगाती है मानो वो उस चक्रदार में मृत्यु को गले लगाती है
अपनी बारी में भूल जाते यहाँ तक आभार देना। अपनी बारी में भूल जाते यहाँ तक आभार देना।
चाहे समाप्त सब कुछ हो चलो चलते हैं। चाहे समाप्त सब कुछ हो चलो चलते हैं।
तुमको निशदिन ध्यावत हर नर और मादा है मच्छर दाता। तुमको निशदिन ध्यावत हर नर और मादा है मच्छर दाता।
सिमट के आ गए पहलू में हो गए शायरा। सिमट के आ गए पहलू में हो गए शायरा।
ऋतु परिवर्तन जानिये ,निकट बसन्त बहार। पीली सरसों खेत में ,धरा करे श्रृंगार ऋतु परिवर्तन जानिये ,निकट बसन्त बहार। पीली सरसों खेत में ,धरा करे श्रृंगार