सोचता हूँ कि इस नज्म का अंत करूँ करूँ भी तो कैसे करूँ लेकिन अब मुझे और ज़्यादा याद आ रही है आज फि... सोचता हूँ कि इस नज्म का अंत करूँ करूँ भी तो कैसे करूँ लेकिन अब मुझे और ज़्यादा...
वतन के लिए जो जीना मर जाना जानते हों, साथ मेरे वो ही चलें जो दर्द-ए-सदर में भी मुस्कुराना ज... वतन के लिए जो जीना मर जाना जानते हों, साथ मेरे वो ही चलें जो दर्द-ए-सदर...
छुपा लिया उसने दर्द अपना थी सुर्ख़ उसकी बिंदास आँखे छुपा लिया उसने दर्द अपना थी सुर्ख़ उसकी बिंदास आँखे
तुम हो बाकियों से अलग, तुमने ये एहसास दिलाया, न सिर्फ हमे न जाने कितनों को ये सुनाया पर खुश ह... तुम हो बाकियों से अलग, तुमने ये एहसास दिलाया, न सिर्फ हमे न जाने कितनों को य...
तू कहेगा तो आज़ाद तन्हा ही उड़ जाऊंगा। तू कहेगा तो आज़ाद तन्हा ही उड़ जाऊंगा।
मौत तो होनी ही है एक न एक दिन तो उसके स्वागत की यह उत्सुकता क्यों? मौत तो होनी ही है एक न एक दिन तो उसके स्वागत की यह उत्सुकता क्यों?