था दुःखी अंतस सिद्धार्थ का आहत हंस किया दवा पानी घायल गति जानी है सुख सुकून माँ की झोली ... था दुःखी अंतस सिद्धार्थ का आहत हंस किया दवा पानी घायल गति जानी है सुख ...
माटी की मूरत से अपनी जिन्दगी की भीख माँग आया... माटी की मूरत से अपनी जिन्दगी की भीख माँग आया...
वह ममता की मूरत, या प्रेम की छवि होती है। वह ममता की मूरत, या प्रेम की छवि होती है।
मायूस होती जिन्दगी,आ जाओ तुम साथ। खामोशी अब ना रहे, दे हाथों में हाथ।। मायूस होती जिन्दगी,आ जाओ तुम साथ। खामोशी अब ना रहे, दे हाथों में हाथ।।
अगर तपन में तुम्हारी सांस रूक जाए, तुम्हें काली छाया दिखने लग जाए, पर इसी वक़्त ग़र माँ का हाथ, माथे क... अगर तपन में तुम्हारी सांस रूक जाए, तुम्हें काली छाया दिखने लग जाए, पर इसी वक़्त ग़...
क्या कसूर है उसका बस गरीबी ही, वो भी तो इंसान है, जानवर तो नहीं, क्यों हम उससे गलत व्यवहार करते हैं क्या कसूर है उसका बस गरीबी ही, वो भी तो इंसान है, जानवर तो नहीं, क्यों हम उससे ग...