कभी हमारे खतों को पढ़कर भी हमारी पीढ़ी भी सिहर जाएगी और उनकी आँखो से पढ़कर हमारी यादें भी एक पुराना खत ... कभी हमारे खतों को पढ़कर भी हमारी पीढ़ी भी सिहर जाएगी और उनकी आँखो से पढ़कर हमारी या...
बंद दरवाजों को आओ, मिल खोल देते हैं दीवारों में पड़ी धूल को ,मिल साफ़ कर देते हैं बंद दरवाजों को आओ, मिल खोल देते हैं दीवारों में पड़ी धूल को ,मिल साफ़ कर देत...
न कर इश्क़ की तासीर तीखी है। मिल गए जो लब तो प्यास बुझा न पाओगे।। न कर इश्क़ की तासीर तीखी है। मिल गए जो लब तो प्यास बुझा न पाओगे।।
आंखों से उतर कर दिल की गहराइयों तक तासीर कर गई।। आंखों से उतर कर दिल की गहराइयों तक तासीर कर गई।।
तासीर सफ़र-ए-ज़िंदगी की, अजब है बेबार हर मुक़ाम पे मंज़िल की, भला राहतें कहाँ! तासीर सफ़र-ए-ज़िंदगी की, अजब है बेबार हर मुक़ाम पे मंज़िल की, भला राहतें कहाँ...
हर पल साथ निभाने का वादा करते थे, मौसम की तरह वे रंग बदलते देखे...! हर पल साथ निभाने का वादा करते थे, मौसम की तरह वे रंग बदलते देखे...!