क्या खूब दिन थे मेरे यारों के साथ कभी छुपते थे अंधेरों के पार आहट से जान जाता था वह बचपन का य... क्या खूब दिन थे मेरे यारों के साथ कभी छुपते थे अंधेरों के पार आहट से जान ...
आॅंखे रोती भी है, आॅंखे डराती भी है, आॅंखे प्यार बरसाती भी है... आॅंखों के ही है इतने सारे रुप, जो ह... आॅंखे रोती भी है, आॅंखे डराती भी है, आॅंखे प्यार बरसाती भी है... आॅंखों के ही है...
आख़िर आज वो दिन आ ही गया सब को देखकर मैं हँसी उड़ाती थी। आज मुझे भी स्कूल पड़ रहा है जाना आख़ि... आख़िर आज वो दिन आ ही गया सब को देखकर मैं हँसी उड़ाती थी। आज मुझे भी स्कूल पड...