ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है। ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है।
ज़रा सी बात पे भीड़ जुटाने वालों हवा में घुल के संदली खुशबू सा महकना सीखो। ज़रा सी बात पे भीड़ जुटाने वालों हवा में घुल के संदली खुशबू सा महकना सीखो।
कब कैसे घर से निकलेगी, आगे कितना जाना उसको कब कैसे घर से निकलेगी, आगे कितना जाना उसको
किसी का झुकना उसकी कमजोरी नहीं होती है उपवन की डाली झुकने से वो छोटी नहीं होती । किसी का झुकना उसकी कमजोरी नहीं होती है उपवन की डाली झुकने से वो छोटी नहीं होत...
जिंदगी चाहे गम के पहाड मिले या हजारो समस्याएं आकर सामने खडी रहे... लेकिन हमें अडिग रह कर उसका सामना ... जिंदगी चाहे गम के पहाड मिले या हजारो समस्याएं आकर सामने खडी रहे... लेकिन हमें अड...
क्यों मुझको कूदना पड़ता है? क्यों मुझको झुकना पड़ता है? क्यों मुझको कूदना पड़ता है? क्यों मुझको झुकना पड़ता है?