जैसे कीचड़ में कमल खिल आते हैं , ठीक वैसे ही खिल रहें हैं हमदोनों। जैसे कीचड़ में कमल खिल आते हैं , ठीक वैसे ही खिल रहें हैं हमदोनों।
जिंदगी चाहे गम के पहाड मिले या हजारो समस्याएं आकर सामने खडी रहे... लेकिन हमें अडिग रह कर उसका सामना ... जिंदगी चाहे गम के पहाड मिले या हजारो समस्याएं आकर सामने खडी रहे... लेकिन हमें अड...
शोर सुनाई दे झींगुरों की, धाड़-धाड़ करता हो सीना। सायं-सायं चले हवाएँ, बरसात का जैसे कोई महीना। ... शोर सुनाई दे झींगुरों की, धाड़-धाड़ करता हो सीना। सायं-सायं चले हवाएँ, बरसात ...