विरले ही होते हैं जो पहुंच पाते हैं रूह के करीब। विरले ही होते हैं जो पहुंच पाते हैं रूह के करीब।
ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है। ये दुनिया समझो साथ उसी के जो समय देखकर चलता है।
अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने हाथ फैलाने की अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने ह...
जा रही थी स्कूल से घर को इक दिन मैं अकेली , सँग ना थी कोई मेरी सहेली, इक वहशी जानव जा रही थी स्कूल से घर को इक दिन मैं अकेली , सँग ना थी कोई मेरी सहेली, ...
हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा। हां मां,मैं कर दिखलाऊंगा,खूब पढूंगा ,खूब लड़ूंगा, देश को आबाद करुंगा।
माँ अगर ना होगी तो यह मुसीबत पैदा होगी दुनिया रुक जाएगी आगे ना बढ़ेगी माँ अगर ना होगी तो यह मुसीबत पैदा होगी दुनिया रुक जाएगी आगे ना बढ़...