तुझ बिन जिन्दगी उदास सी है लफ्ज बहुत है मगर खामोश है तुझ बिन जिन्दगी उदास सी है लफ्ज बहुत है मगर खामोश है
सबके अंदर अपनापन झलकता है, एक बार अपना बना कर देखो ना। सबके अंदर अपनापन झलकता है, एक बार अपना बना कर देखो ना।