सबको चाहिए ये अनुमति सबको चाहिए ये अनुमति
एक को मनाने जाऊँ एक रूठ जाता है क्या दुश्मनी है मुझसे बताता नहीं कोई एक को मनाने जाऊँ एक रूठ जाता है क्या दुश्मनी है मुझसे बताता नहीं कोई
शर्म आती हैं आज मुझे मानव को मानव कहने में शर्म आती हैं आज मुझे मानव को मानव कहने में
मैं कहता हूं ख़्याल रख अपना इस बात को हमेशा टालती है। मैं कहता हूं ख़्याल रख अपना इस बात को हमेशा टालती है।
अपनी मर्ज़ी से मैं जीना चाहूँ, अपने लाइफ रूल्स खुद बनाऊं, अपनी मेहनत से नाम शोहरत कमाऊ अपनी मर्ज़ी से मैं जीना चाहूँ, अपने लाइफ रूल्स खुद बनाऊं, अपनी मेहनत से नाम...
सांसें भी साथ छोड़ जायेगी तुम को भी नींद कहाँ आयेगी सांसें भी साथ छोड़ जायेगी तुम को भी नींद कहाँ आयेगी