जिन्होंने लगा दी है जान अपनी देश के लिए इंसानियत की राह पर। जिन्होंने लगा दी है जान अपनी देश के लिए इंसानियत की राह पर।
मैं अब क्या कहूं उन हालातों में सबसे कि मैं आधा रोटी की ख़बर क्यों नहीं ले पाता ! मैं अब क्या कहूं उन हालातों में सबसे कि मैं आधा रोटी की ख़बर क्यों नहीं ले पात...
कमल खिले तो सरोवर बन गया। जल ही तो है। कमल खिले तो सरोवर बन गया। जल ही तो है।
स्वदेशी वस्तुओं को लाकर हर तरफ अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है इंडिया। स्वदेशी वस्तुओं को लाकर हर तरफ अपना वर्चस्व बढ़ा रहा है इंडिया।