वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अब मेरा जनाज़ा उठने द... वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अ...
एक तुम ही नहीं हो जिसने मुकम्मल किया है मुहब्ब्त को, मैं भी तो हूँ जो सह रहा हूँ अंजाम-ए-वफ़ा.... एक तुम ही नहीं हो जिसने मुकम्मल किया है मुहब्ब्त को, मैं भी तो हूँ जो सह रहा हूँ...
मेरा शहर डूब गया है दहशत में लाशें बिखरी हुई हैं पर जनाजा नहीं मिलता। मेरा शहर डूब गया है दहशत में लाशें बिखरी हुई हैं पर जनाजा नहीं मिलता।
जज्बातों का जनाजा यूं निकलते देखा है। जज्बातों का जनाजा यूं निकलते देखा है।
मर्दानों की भीड़ में जनाना वो आज़ाद थी। मर्दानों की भीड़ में जनाना वो आज़ाद थी।
राह तेरी भी वही थी राह मेरी भी वही थी फर्क इतना की मैं जनाजे में और तू डोली में थी। राह तेरी भी वही थी राह मेरी भी वही थी फर्क इतना की मैं जनाजे में और तू डोली...