वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अब मेरा जनाज़ा उठने द... वो मैक़दे की शौख़ियां ये हुस़्ने जहां की झलकियां क्या ले सकूं क्या छोड़ दूं अ...