जिस हाथ में मोमबत्तियाँ पकड़ी थी अपनी बच्चियों के लिए उसी हाथ से कल तिरंगा उठाओगे ना जिस हाथ में मोमबत्तियाँ पकड़ी थी अपनी बच्चियों के लिए उसी हाथ से कल तिरंगा...
मौन की चीखें शोर भरे सन्नाटे में सुनाई देती है बेनाम सी किलकारीयों में शिकायतें बयां कर जाती हैं मौन की चीखें शोर भरे सन्नाटे में सुनाई देती है बेनाम सी किलकारीयों में शिकायत...
हैं कलंकित हादसों से हम सभी ये हमारी संस्कृति पर ग्रहण है अब ना इनको व्यक्तिगत समझे कोई ये ... हैं कलंकित हादसों से हम सभी ये हमारी संस्कृति पर ग्रहण है अब ना इनको व्यक्...
यह कैसा मौत सा, सन्नाटा है फैला हुआ। मानो अभी-अभी ताण्डव दिखलाकर, मौत हो वापस लौटा हुआ।... यह कैसा मौत सा, सन्नाटा है फैला हुआ। मानो अभी-अभी ताण्डव दिखलाकर, म...
सर झुका है, देश के सम्मान में, न झुका है, न झुके अपमान में, लाख गोली दाग, दो ऐ शत्रु सर झुका है, देश के सम्मान में, न झुका है, न झुके अपमान में, लाख गोली दाग, ...
क्या घर की लाडली स्कूल भी न जाये, क्या तेरी बेटी भी यूँ ही शिकार हो जाये। क्या घर की लाडली स्कूल भी न जाये, क्या तेरी बेटी भी यूँ ही शिकार हो जाये।