जैसे चाँद से चाँदनी, वो मुझ से संयुक्त थी।... ऐसा कौन कह रहा है और किसके बारे में...? सोचिए जरा...!... जैसे चाँद से चाँदनी, वो मुझ से संयुक्त थी।... ऐसा कौन कह रहा है और किसके बारे म...
चल मेरी सहेली... गलबहियाँ डाले लौट चलें बचपन की उन गलियों में चल मेरी सहेली... गलबहियाँ डाले लौट चलें बचपन की उन गलियों में
मन मरुस्थल और बंजर दिल की इस धरती पे तुम पहली बारिश का सुखद कोई मुझपे पानी हो गई पतझडो के बीच सर्... मन मरुस्थल और बंजर दिल की इस धरती पे तुम पहली बारिश का सुखद कोई मुझपे पानी हो ग...
मैं चाँद हूँ मेरी चांदनी है तू मेरा मन मोहने वाली मनमोहिनी है तू मेरी ज़िंदगी से मिटा देगी जो हर अ... मैं चाँद हूँ मेरी चांदनी है तू मेरा मन मोहने वाली मनमोहिनी है तू मेरी ज़िंदगी ...
मैं वो चाँदनी भी तो हूँ नहीं, जिसके लिए वो खिड़की के कोने पर खड़ा हो जाएगा।। मैं वो आदत तो हूँ नही... मैं वो चाँदनी भी तो हूँ नहीं, जिसके लिए वो खिड़की के कोने पर खड़ा हो जाएगा।। म...
बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचकारती बहला रही है न... बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचक...