हमें माँ के हाथ की रोटी मिलती, मिलता माँ का प्यार। हमें माँ के हाथ की रोटी मिलती, मिलता माँ का प्यार।
बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचकारती बहला रही है न... बिन बताये सिर्फ बातों में लगाये वस्त्र सारे कर चुकी तन से अलग वो डाँटती पुचक...