बाधाएँ आती है आएँ घिरे प्रलय की घोर घटाएँ। बाधाएँ आती है आएँ घिरे प्रलय की घोर घटाएँ।
शाम जो तेरे पहलु में ढलती है, फिर रात दिन तुझसे मिलने को तरसती है। शाम जो तेरे पहलु में ढलती है, फिर रात दिन तुझसे मिलने को तरसती है।
सूरज की पहली किरण जगाये, चाँद थपकी दे कर सुलाए, ये चिनारों के पत्ते, बारिश की रिमझिम, इस जह... सूरज की पहली किरण जगाये, चाँद थपकी दे कर सुलाए, ये चिनारों के पत्ते, बारिश...
घिर जाने दो घटाओं को आसमां में अब सारे ग़म भुलाकर फिर से चलो मुस्कुराएं। घिर जाने दो घटाओं को आसमां में अब सारे ग़म भुलाकर फिर से चलो मुस्कुराएं।