निकलूंगी बनकर नया सवेरा है स्वयं से एक वचन मेरा। निकलूंगी बनकर नया सवेरा है स्वयं से एक वचन मेरा।
वो हैं कि चांदनी मुस्कान मुस्कुराते रहे वो हैं कि चांदनी मुस्कान मुस्कुराते रहे
जरा सा दुःख चला आया,गरल सम मद्य ले आए। खुशी कोई बिना इसके,जताई क्यों नहीं जाए। किसी की आस हो व... जरा सा दुःख चला आया,गरल सम मद्य ले आए। खुशी कोई बिना इसके,जताई क्यों नहीं जाए...
कहती अनु ये बात, गरल वो कब तक पीती। जीवन की अब साँझ, भुलाई बातें बीती कहती अनु ये बात, गरल वो कब तक पीती। जीवन की अब साँझ, भुलाई बातें बीती
गर्म हो गयी धरणी सारी ,भीषण कैसी आग लगी है जल प्रपात है कहीं भयंकर ,तो सूखे की मार कह गर्म हो गयी धरणी सारी ,भीषण कैसी आग लगी है जल प्रपात है कहीं भयंकर ,तो सूखे ...
हर मुसीबत का यहाँ होता हल है गर हमारा दिमाग होता शीतल है! हर मुसीबत का यहाँ होता हल है गर हमारा दिमाग होता शीतल है!