नींद से की हजारों बातें जो अपनी ही सहेली थी अनबूझी अनसुलझी मगर फ़िर भी एक पहेली थी नींद से की हजारों बातें जो अपनी ही सहेली थी अनबूझी अनसुलझी मगर फ़िर भी एक पहेली ...
एक नया रिश्ता जो बना था तुम्हारे साथ एक नया रिश्ता जो बना था तुम्हारे साथ
तू जो जुदा हुआ हमसे तो खुशियां भी साथ ले गया, ज़िन्दगी हमारी अब तो रूठ गयी हमसे, तू जो जुदा हुआ हमसे तो खुशियां भी साथ ले गया, ज़िन्दगी हमारी अब तो रूठ गयी हमस...
कभी तुम भी क्या ख्यालों में मुझे सुनते हो इसी ख्याल में हम बेख्याल से।। कभी तुम भी क्या ख्यालों में मुझे सुनते हो इसी ख्याल में हम बेख्याल से।।