जीवन के उच्चावच को अभिव्यक्त करती कविता। जीवन के उच्चावच को अभिव्यक्त करती कविता।
बँटता सब में निवाला बराबर बँटता सब में निवाला बराबर
लेकिन मैं अब जान चुकी हूँ तुम्हारे लिए मैं किसी तकिये से कम नहीं हूँ.. लेकिन मैं अब जान चुकी हूँ तुम्हारे लिए मैं किसी तकिये से कम नहीं हूँ..