इन नयनों का बरसना राहत देता है इन नयनों का बरसना राहत देता है
इतना ही कहना काफी होगा कि अलताफ की पहली व आखरी मोहब्बत तुम हो। इतना ही कहना काफी होगा कि अलताफ की पहली व आखरी मोहब्बत तुम हो।
मैं कायर नहीं ये सोच के फिर रुक जाती और ज़िन्दगी से फिर अपना दिल लगाती। मैं कायर नहीं ये सोच के फिर रुक जाती और ज़िन्दगी से फिर अपना दिल लगाती।
मेरे ख़्याल से... तुम एक ख़्याल ही बेहतर थे... झूठ में लिपटे जवाब... तुम एक सवाल ही मेरे ख़्याल से... तुम एक ख़्याल ही बेहतर थे... झूठ में लिपटे जवाब... तु...
बात बे बात पे यों तानाकशी हर बार करते जाना, बात बे बात पे यों तानाकशी हर बार करते जाना,
इक बेहद खूबसूरत ख्याल हो तुम सुबह की सुनहले किरण सा। इक बेहद खूबसूरत ख्याल हो तुम सुबह की सुनहले किरण सा।