दूर से चलकर लाते थे पानी, सब ने थी उसकी एहमियत जानी। दूर से चलकर लाते थे पानी, सब ने थी उसकी एहमियत जानी।
सब के सब काम पर लग जाओ, इस मुसीबत के बादल का टुकड़ा टुकड़ा उठाओ।। सब के सब काम पर लग जाओ, इस मुसीबत के बादल का टुकड़ा टुकड़ा उठाओ।।
जैसे साहुन भादौ आवै। आल्हा पढ़ै, रामान सुनावैं। जैसे साहुन भादौ आवै। आल्हा पढ़ै, रामान सुनावैं।
एक लाख इक्यावन हजार, मिली दहेज में एक कार। एक लाख इक्यावन हजार, मिली दहेज में एक कार।