जैसे साहुन भादौ आवै। आल्हा पढ़ै, रामान सुनावैं। जैसे साहुन भादौ आवै। आल्हा पढ़ै, रामान सुनावैं।
इसीलिए तो गोल गोल दुनिया देखने में रसगुल्ला। इसीलिए तो गोल गोल दुनिया देखने में रसगुल्ला।
याद रहे ये दीपोत्सव, अब कुछ नई सीख सिखलाने को। याद रहे ये दीपोत्सव, अब कुछ नई सीख सिखलाने को।