चढ़ाए दुश्मनों की बलि यही होगी सच्ची भेंट यही होगी सच्ची श्रद्धांजली चढ़ाए दुश्मनों की बलि यही होगी सच्ची भेंट यही होगी सच्ची श्रद्धांजली
कभी न फिर पीछे मुड़ देखे, वह कायर और जुल्मी धूर्त। कभी न फिर पीछे मुड़ देखे, वह कायर और जुल्मी धूर्त।
गद्दारों को गद्दार लिखे, ये सिर्फ कलम की ताकत है। गद्दारों को गद्दार लिखे, ये सिर्फ कलम की ताकत है।
कैसे खुद को मिटा लिया हर बार ये कहने वाला कैसे खुद को मिटा लिया हर बार ये कहने वाला
बदल गई जलवायु है बदल गई जलवायु है
यूँ ही ये ज्योति जलती रहे, सब भारत माता की जय कहे। यूँ ही ये ज्योति जलती रहे, सब भारत माता की जय कहे।