खून खौलता है मेरा जब ऐसी वारदात सुनते हैं! खून खौलता है मेरा जब ऐसी वारदात सुनते हैं!
विडंबना तो देखो उनसे ही "भले की आस" लगाये बैठे हैं। विडंबना तो देखो उनसे ही "भले की आस" लगाये बैठे हैं।
अब यहाँ तो इन्सान भी बिक चला, अब तो बस भगवान भी शर्मिन्दा है। अब यहाँ तो इन्सान भी बिक चला, अब तो बस भगवान भी शर्मिन्दा है।
वो ये गुनाह सरेआम करते हैं, निगाहों से अपनी कत्लेआम करते हैं। वो ये गुनाह सरेआम करते हैं, निगाहों से अपनी कत्लेआम करते हैं।