ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है। ख्याल अपना-अपना पाने से ज्यादा मज़ा देने में है।
नयनों से दर्शाते आँसू नयनों से दर्शाते आँसू
इन्द्रधनुष सा लहराया, सुकून पाया मन। इन्द्रधनुष सा लहराया, सुकून पाया मन।
माँ - बहन हो न हो.. भीतर इंसान है क्या कोई? है तो जीने दो उस इंसान को, नहीं है तो मार दो ऐस... माँ - बहन हो न हो.. भीतर इंसान है क्या कोई? है तो जीने दो उस इंसान को, ...
अर्थव्यवस्था की प्रगति इनके बिना नहीं है संभव। अर्थव्यवस्था की प्रगति इनके बिना नहीं है संभव।
पीपल के पेड़ को हम रविवार को छोड़ प्रत्येक दिन जल देते पीपल के पेड़ को हम रविवार को छोड़ प्रत्येक दिन जल देते