पर लाजवाब थे, हर किरदार में पापा आप बेशक। पर लाजवाब थे, हर किरदार में पापा आप बेशक।
आलोचना का सामना किया, सामने खड़ी थी हमारी माँ। आलोचना का सामना किया, सामने खड़ी थी हमारी माँ।
अब न बंधना तुम, घिसी पिटी रिवाजों से ! अब न बंधना तुम, घिसी पिटी रिवाजों से !
अपना परीक्षण स्वयं ही करो अपने आलोचक ख़ुद ही बनो अपना परीक्षण स्वयं ही करो अपने आलोचक ख़ुद ही बनो
'जब रोशिनी दिखे कही दूर पर किरण न पहुच पाए, रख होसला ज़रा, चल एक नया दीप जलाए।' ,एक प्रेरणादायी सुंद... 'जब रोशिनी दिखे कही दूर पर किरण न पहुच पाए, रख होसला ज़रा, चल एक नया दीप जलाए।' ...
ये दुनिया बड़ी विचित्र है... विचित्र इसके लोग हैं... विचित्र ही उनका व्यवहार है... अब समझ में आता...... ये दुनिया बड़ी विचित्र है... विचित्र इसके लोग हैं... विचित्र ही उनका व्यवहार है....