आब का ना होगा जब नामो निशाँ... आब का ना होगा जब नामो निशाँ...
मुकाबिल था मेरे, सुकून मिला ऐसा प्यासे को सुकून जैसे, आब में मिला मुकाबिल था मेरे, सुकून मिला ऐसा प्यासे को सुकून जैसे, आब में मिला
होश में कब रहता वही अपने पीता वो ही शराब रहता है होश में कब रहता वही अपने पीता वो ही शराब रहता है