आत्मीयता का बोध होना ही प्रबल है ! कीचड़ के मध्य ही खिलता कमल है। आत्मीयता का बोध होना ही प्रबल है ! कीचड़ के मध्य ही खिलता कमल है।
उन्होंने आगे बढ़कर हौसला बढ़ाया मुझे डांटकर भी उन्होंने जीतने का हर तरीका सिखाया उन्होंने आगे बढ़कर हौसला बढ़ाया मुझे डांटकर भी उन्होंने जीतने का हर तरीका सिखाया
गुजर जाएगा जस जीर्णावस्था तन्हाई। गुजर जाएगा जस जीर्णावस्था तन्हाई।
जब तक चलेगी जिंदगी की सांसे , कहीं प्यार कहीं टकराव मिलेगा । जब तक चलेगी जिंदगी की सांसे , कहीं प्यार कहीं टकराव मिलेगा ।
कपट भरी है जीवन की राहें स्वार्थ पर टिकी है सबकी निगाहें कपट भरी है जीवन की राहें स्वार्थ पर टिकी है सबकी निगाहें
सच वो गुजरा जमाना और हमारा पुराना टीवी बहुत याद आता है। सच वो गुजरा जमाना और हमारा पुराना टीवी बहुत याद आता है।