रूक तो रहा ही नहीं ये, आँकड़े बढ़ते जा रहे ना। रूक तो रहा ही नहीं ये, आँकड़े बढ़ते जा रहे ना।
मरते रहे मरीज़, अव्यवस्थाओं का शोर था, ये देश रो रहा था,बस तूफानों का दौर था. मरते रहे मरीज़, अव्यवस्थाओं का शोर था, ये देश रो रहा था,बस तूफानों का दौर था.
घर घर जाके सबको हम सपना यही दिखाएंगे अच्छे दिन आएँगे, अच्छे दिन आएँगे। घर घर जाके सबको हम सपना यही दिखाएंगे अच्छे दिन आएँगे, अच्छे दिन आएँगे।
आंकड़ों का खेल देख कर रो देता है मन हाय कितना सस्ता हो गया है अब यह मानव जीवन। आंकड़ों का खेल देख कर रो देता है मन हाय कितना सस्ता हो गया है अब यह मानव जीवन...
खबर सुर्खियों में देश में गधों की संख्या लगातार गिरावट की ओर खबर सुर्खियों में देश में गधों की संख्या लगातार गिरावट की ओर