अपने मान और मर्यादा की खातिर तुमने जाने से इन्कार किया, तुम्हारे अनंत दुख से द्रवित अपने मान और मर्यादा की खातिर तुमने जाने से इन्कार किया, तुम्हारे अनंत दुख ...
लव्ज़ बेलव्ज़ हो गए ! कुछ ना बचा कहने को हर बात हो गयी। लव्ज़ बेलव्ज़ हो गए ! कुछ ना बचा कहने को हर बात हो गयी।
या कृतघ्नतापूर्वक अवहेलना करूँ उनकी यह चुनाव मेरा है। या कृतघ्नतापूर्वक अवहेलना करूँ उनकी यह चुनाव मेरा है।
अपने बनाए नियमों पर दिनकर सदा चलते रहेंगे लय कर्ण प्रिय हो ना हो हम गीत सुनाते रहेंगे अपने बनाए नियमों पर दिनकर सदा चलते रहेंगे लय कर्ण प्रिय हो ना हो हम गीत स...
“नारी” तिरस्कार, निरादर, अवहेलना की नहीं “नारी” तिरस्कार, निरादर, अवहेलना की नहीं
भाई -भतीजा , परिवारवाद के चंगुल से यह भी नहीं बच पाया भाई -भतीजा , परिवारवाद के चंगुल से यह भी नहीं बच पाया