मौत के कुएँ में गिर जाते हैं ! मौत के कुएँ में गिर जाते हैं !
बोल रही है चीखने वाली गूँगी औरत बोल रही है चीखने वाली गूँगी औरत
संवेदनहीन पत्थर हो तुम सब, पत्थर हो तुम सब। संवेदनहीन पत्थर हो तुम सब, पत्थर हो तुम सब।
तब फिर कुछ स्थानों पर अंधे बनो तब फिर कुछ स्थानों पर अंधे बनो
इतने अंधे हो जाते है की सही गलत कुछ नहीं देख पाते है इतने अंधे हो जाते है की सही गलत कुछ नहीं देख पाते है
किसी प्यासे की प्यास किसी भूखे की भूख किसी प्यासे की प्यास किसी भूखे की भूख