STORYMIRROR

Vinay Panda

Others

2  

Vinay Panda

Others

ज़िन्दगी मेरी खोखा है !

ज़िन्दगी मेरी खोखा है !

1 min
310


दुनिया धोखा है ..

जो ज़िन्दगी आज मेरी खोखा है ।

देख ली मैनें महज इन चालीस-बयालिस सालों में

हर नेक कामों में दुनिया ने हमको टोका है ।।


अब सच का जमाना ही नहीं

बड़े करीब से हमनें देखा है ।

हर इंसान मिनिस्टर है यहाँ

बातों का सिर्फ राजनेता है ।।


शौक़ सभी के यही

कैसे ढकेलें इसे , काम अपना बनें ।

कहीं मार ना ले ये बाज़ी

ख़ुद के सिर-पर बस सेहरा बंधे ।।


ख़ैर ..

रहा होगा गड़बड़ कुछ पूर्व का कर्म !

भोगना तो पड़ेगा...

कौन आना है अब यहाँ , दुबारा लेकर के जन्म !


कुछ ना कर सका मैं

ऐ दुनिया तेरे लिए..

माफ़ करना मुझे , जिंदगी खोखा है मेरी..!


















Rate this content
Log in