यह एक संत्रास है.
यह एक संत्रास है.
नियमित क्रम से जो आना जाना करते हैं।
हे प्रभु तेरा गुणगान सब रोजाना करते हैं।
यह तन मन काया माया सब तुझसे पाई है।
तभी तुझसे बहुत प्रेम व दोस्ताना करते हैं।।
तेरा सर पर हाथ हो तो जीत पक्की है।
इक तेरे बिन तो हर बात हो जाती कच्ची है।।
तू सफर में हमसफर है तो मंजिल दूर नहीं।
तेरे साथ ये जिंदगी लगती कितनी सच्ची है।।
फूल फल पत्ता पेड़ तुमने ही तो बनाया है।
हमने जीवन का हर पल तुझसे ही पाया है।।
तेरा ऋण कभी हम सब चुका नहीं सकते।
प्रभु बहुत आभार दुनिया में लेकर आया है।।
तुझ पर ही तो टिका इस सृष्टि का आधार है।
तेरे रहम करम से ही चल रहा यह संसार है।।
प्रभु तेरे स्मरण से ही पार है होता बेड़ा हमारा।
जीवन की हर श्वास दी हुई तेरी ही उधार है।।