यादों का काफ़िला
यादों का काफ़िला
जीवन के हर पड़ाव में
यादों का काफिला साथ चलता है
कभी खुशबू बनकर महकता
कभी धुंधला सा हो जाता है।।
जीवन की खट्टी मीठी यादें
घूमती आंखों के बंद पटल पर
होती है दिल के करीब
आवाज़ लगाती हमें किसी मोड़ पर।।
हकीकत से नहीं कोई वास्ता
फिर भी हकीकत से खूबसूरत
दिल के एक कोने में हमेशा
जीवित रहती है यादों की मूरत।।
स्कूल की दोस्ती यारी
बचपन की शरारतें खट्टी मीठी बातें
इंद्रधनुषी रंगों में रंग देती जीवन को
वो सुनहरी सतरंगी यादें।।
मां की मीठी लोरी
पापा की वो प्यारी सी डांट
बंद आंखों में जगमगाती हुई यादें
लगती है टिमटिमाते तारों की बारात।।
दादी नानी की कहानियां
उनके साथ बिताए खूबसूरत पल
अक्सर मन की दहलीज़ पर आकर
खूब मचाते हलचल।।
वक्त बदलता इंसान बदलते
पर बदलता नहीं यादों का सिलसिला
दिल के आंगन में पल-पल
अठखेलियां करता यादों का काफिला।।
