STORYMIRROR

DrKavi Nirmal

Others

3  

DrKavi Nirmal

Others

वसंतोत्सव

वसंतोत्सव

1 min
406

वसंत ऋतु का यह धराधाम

भारत भूखण्ड स्वागत करता है


शिव भार्या प्रीये गंगा

जटा से कल-कल-नाद कर बहती है

झरनों की वक्र धारा बन इठला कर गिरती चलती हैं


पठारों पर दुस्तर पथ गह लम्बी यात्रा यह करती है

गंगा सागर से मिल कपिल मुनि आश्रम तक जाती है


उत्तरांचल से चल पश्चिम तक भूमि सिंचित करती है

मकर संक्रांति झेल गंगा उष्णा का स्वागत करती है


स्तब्ध उर्वरक शक्ति पुनर्सृजित हो कृषकों को भाई है

हरित क्रांति हर वर्ष आ समृद्धि की ओर बढ़ती है


वसंत ऋतु सचमुच सुदृढ अवलम्बन प्रदान करती है


Rate this content
Log in