STORYMIRROR

Dr. Madhukar Rao Larokar

Others

3  

Dr. Madhukar Rao Larokar

Others

"टूटते रिश्ते ""( 2)

"टूटते रिश्ते ""( 2)

1 min
339


कच्चे धागों के मानिंद

रिश्ते नहीं होते

जो दबाव पड़े और

टूटकर बिखर गये

शिशे का क्या है

दिल की तरह होते नाजुक

हल्की सी चोट लगी और

टूटकर बिखर गये

ये चार दिन की जिंदगी

कितनी कम है यारों

जीना शुरू ही किया और

सपने टूटकर बिखर गये

मुहब्बत का दौर जारी रहता

इंसानों की बस्ती में

सच्ची आशिकी क्या थमीं

इश्क वाले टूटकर बिखर गये

तुम्हारी आमद हुई

जबसे जीवन में मेरे

जिंदगानी गज़ल हो गई

अफ़साने टूटकर बिखर गये

ज़माने वालों मजबूत हेाते रिश्ते

उनके जो निभाना जानते

जो देख मुँह फेर लेते "मधुर"

उनके रिश्ते टूटे टूटकर बिखर गये ..


Rate this content
Log in