स्कूल
स्कूल
ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है
मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी
वो सुबह स्कूल ना जाने के बहाने
और मम्मी के सुबह सुबह के ताने
कभी पेट दर्द तो कभी बुखार
हम बचते भागे स्कूल से सो बार।
ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है
मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी
वो सुबह की बेल का बजना
सबका एक साथ प्रार्थना करना
वो उस दौरान भी दोस्तों से बातें करना
वो टीचर का लाड से डांटना।
ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है
मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी
वो लंच में सबका मिलकर खाना
वो मिलकर सबका खेलना
लेक्चर साथ में लेना
और बंक भी साथ में मारना।
ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है
मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी
कहां मिले वो फसाने अब
कहां मिले वो दोस्त अब
वो मिले वो दिन अब
कहां मिले वो स्कूल अब !
