ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी ऐसा नहीं है जिंदगी अब अच्छी नहीं है मगर स्कूल की बात ही कुछ और थी
मौज-मस्ती वाली फिल्मों की, आलोचना करने लगे हो तो, समझना बूढ़े हो चले। मौज-मस्ती वाली फिल्मों की, आलोचना करने लगे हो तो, समझना बूढ़े हो चले।