और जिसे देखो उसे दर्द की बातें करते है, वो भी जो दर्द से महरूम हैं. और जिसे देखो उसे दर्द की बातें करते है, वो भी जो दर्द से महरूम हैं.
कुल्हाड़ी से वार न करो देखो मुझपे प्रहार न करो. कुल्हाड़ी से वार न करो देखो मुझपे प्रहार न करो.
वह सुबह कब आएगी जो संघर्षों का सुभोर होगी। वह सुबह कब आएगी जो संघर्षों का सुभोर होगी।
बेटी नहीं पराया धन है सबको यह समझाना है. बेटी नहीं पराया धन है सबको यह समझाना है.
जीवन सदा निशा छनती चाँदनी रहे कोई घुली मिली मृदु सी चाशनी रहे.. जीवन सदा निशा छनती चाँदनी रहे कोई घुली मिली मृदु सी चाशनी रहे..
उसकी कहानी में तो मेरा किरदार ही नहीं था मेरे दोस्त। उसकी कहानी में तो मेरा किरदार ही नहीं था मेरे दोस्त।