परछाई की तरह
परछाई की तरह
कठिन परिस्थितियों में भी
चट्टानों से मजबूत वो रहते है
आँखों में आँसू न होते हुए भी
मन ही मन अंदर वो रोते है
तेज आंधी हो या खतरनाक तूफान
पिलर से मजबूत वो खड़े रहते है
सुख में हो या दुख में
परछाई की तरह वो खड़े रहते है
मोहब्बत के पलों में वो
गर्म मोम सा पिघल जाते है
नफरत के क्षणों में वो
लोहे की दीवार में बदल जाते है
कोई भी मुसीबत होने पर वो
सुरक्षा का कवच बना लेते है
अपनों की खुशी की खातिर वो
चेहरे पर खुशी की हंसी ले आते है
दुनियाँ में कहावत है
"कि लड़के रोते नहीं"
मगर दिल उनके पास
भी होता है
वो बिल्कुल दिखने में
नारियल की तरह होते है
बाहर से सख्त और अंदर से नर्म
अंदर दर्द का समुंदर भरा होता है
अगर प्यार में धोखा मिलता है
तो वो किसी को नहीं बताते
तब वो बिगड़ैल बच्चे से
जिम्मेदारी वाला लड़का बन जाते है
बहन के लिए हमेशा
पिता समान होते है
प्यार से ज्यादा उनके लिए
बड़ा सम्मान होता है
अक्सर ये रोते हुए नहीं दिखते
क्योंकि ये इन्हें शोभा नहीं देते
इन्हें दिखना होता है मजबूत
ताकि संभाल सके परिवार को
चलना होता है हमेशा
पिता के पदचिन्हों पर
बचाना होता है सबको
दुनियाँ की गंदी नजरों से
हमेशा सख्त बनकर...
