पापा
पापा
पापा!
कहते हैं
छाया मत छूना
दुख होगा दूना
पर...
मीठी यादों का सिलसिला
जीवन में जान डालता है
गमों की परत हटा
खुशी के पल लौटाता है
फिर न देख पाऊँगी
इस दर्द को मिटा
दिल को सुकून दिलाता है
सुधियाँ सुहानी सुरंग
हमेशा विचरण चाहूँ
जो कह नहीं पाई किसी से
अपने मन को स्वयं समझाऊँ
बीए में फर्स्ट डीविजन आने पर
जब कहा आपने...
मेरा गरीबदास पास हो गया
बहुत गर्वित थी तब
पर आज सच में
गरीबदास...
नहीं...
ये छाया मेरा सुख है
ये यादें, मेरी ताकत है
पापा...
आपका प्यार, मुझे सबल बनाता है
आपसे मिला ज्ञान, मेरी क्षमता
आपकी बातें, मेरा भरोसा
आपका जीवन चरित्र, मेरा लक्ष्य
आपके गुण, मेरी विरासत
गुणों का प्रसार, जीवन का सार
आपका शौर्य, मेरी विद्युत शक्ति
आपकी प्रतिभा, मेरी ऊर्जा
आपका जीवन, जीने के उदाहरण
आपका पौरुष, हमारा सामर्थ्य
आपकी डाँट, शस्त्र तत्व (नहीं मिली)
आपका प्यार, हमारी साँस...
आपकी यादें, सुन्दर आस...
आपकी बेटी होना मेरा गर्व...
