नेकी कर दरिया में डाल देते हैं
नेकी कर दरिया में डाल देते हैं
शिष्य की हरएक चाल को पहचान लेते हैं ,
शिष्य की अज्ञानता को खंगालकर नया आयाम देते हैं..
अंधकार हटा सदैव ज्ञान का दीपक जला देते हैं ,
लाखों रूपए देना चाहे कोई, उपकार चुका नहीं सकता
उनका हमेशा हसतें रहने की सीख जो शिष्य को देते हैं..
जिनका जीवन सरल है हरपल में जो खुशहाल रहते हैं ,
भगवान उन्हें ही तो शिक्षक की काया में ढाल देते हैं..
हर शिष्य के लिए माँ-पिता का स्थान शिक्षक ले लिया करते हैं..
यही तो है फोरम 'जो "नेकी कर दरिया में डाल दिया करते हैं."..