महान गद्दी
महान गद्दी
मैं हूं ऊना जिले का रहने वाला,
यहां है बाबा रूद्रानंद का डेरा,
ऐसा है मानना,
ये है बहुत पवित्र स्थान,
एकबार की बात,
रूद्रानंद जी थे ब्राह्मण परिवार से,
वो गायें चराते थे,
शिवभक्ति में लीन रहते थे,
गायों के दूध से घी बनाते थे,
और उसे होशियारपुर जाकर बेचते थे।
एक दिन किसी महापुरुष ने घी मंगवाया,
उन्होंने आधा उसमें से दे दिया,
और बाकि जाकर होशियारपुर बेच दिया,
लेकिन ऐसा हुआ चमत्कार,
घी नहीं हो रहा था खत्म।
आखिर बहुत सा धन हुआ इकट्ठा,
आखिर उन्होंने बनाया अपना आश्रम,
जमाया वहां धूना,
जिसका नाम रखा डेरा रुद्रानंद अखंड धूना।
वहांपर तबसे लेकर आजतक,
चलता निरंतर लंगर।
वहां पर है पांच पीपली,
मानते है,
कैसा भी हो सांप का डसा,
वहां आया तो जहर उतरा।
आजकल सुग्रीवानंद जी है,
गद्दी पे विराजमान,
उनकी महानता के चर्चे है बेमिसाल।
