पैर ये मेरे निकल पड़े हैं, एक नई मंजिल पर जाने को। पैर ये मेरे निकल पड़े हैं, एक नई मंजिल पर जाने को।
हर दफ़ा तेरा दिल मुझे चुने हर दफ़ा तेरा दिल मुझे चुने
सवाल थे मन मे बहुत , मगर अब कोई सवाल ही नहीं रहा । सवाल थे मन मे बहुत , मगर अब कोई सवाल ही नहीं रहा ।
एक दिन किसी महापुरुष ने घी मंगवाया, उन्होंने आधा उसमें से दे दिया, और बाकि जाकर होशियारपुर बेच दिय... एक दिन किसी महापुरुष ने घी मंगवाया, उन्होंने आधा उसमें से दे दिया, और बाकि जाक...